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कोरोना वायरस संक्रमण से बचने का बेहद आसान तरीका #Avoid close contact #clean your hands

दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण होनेवाली बीमारी कोविड-19 (Covid-19) का कहर जारी है। लाखों लोग इससे संक्रमित हैं और हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में सिर्फ प्रिकॉशन लेकर ही इससे बचा जा सकता है। लिहाजा इन जरूरी बातों का ध्यान रखें...

मौसम तेजी से बदल रहा है ऐसे में सर्दी-जुकाम और सामान्य फ्लू होना आम बात है। लेकिन अब इस Coronavirus ने सभी लोगों के मन में डर का माहौल पैदा कर दिया है। हर कोई इस वायरस से बचने के उपाय (Corona Preventive Tips) अपनाना चाहता है लेकिन डर का माहौल इतना है कि हल्‍की खांसी या जुकाम में भी लोग दहशत में आ रहे हैं। क्योंकि कोरोना वायरस के लक्षण भी कॉमन कोल्ड जैसे ही हैं, सर्दी, नाक बहना, खांसी, बुखार, आदि इस वजह से भी लोगों के लिए इस बीमारी को पहचानना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में घबराने और पैनिक होने की बजाए आप जागरुक बनें। वायरस से बचने के लिए जो जरूरी काम करना है उसके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं..

हाथ धोना कोरोना वायरस को भगाने का सबसे आसान तरीका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO और सभी बड़े वैज्ञानिक बार बार यही बात कह रहे हैं कि कोरोना वायरस को दूर भगाने के लिए अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करें और बेसिक हाइजीन का पूरा ख्याल रखें। दिनभर में जितनी बार हो सके हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह से धोएं। अगर पानी से हाथ धोना संभव न हो तो ऐल्कॉहॉल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें जिसमें करीब 70 प्रतिशत ऐल्कॉहॉल हो। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने का बेहद आसान तरीका यही है कि आप बार-बार अपनी नाक, आंख और मुंह में हाथ लगाने से बचें। दरअसल अगर आपने किसी संक्रमित जगह को छू लिया हो तो और उसके बाद आप अपने चेहरे को हाथ लगाएंगे तो जाने अनजाने आप खुद ही उस वायरस को शरीर में प्रवेश करा सकते हैं। इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि अपने फेस को सबसे ज्यादा सुरक्षित रखें। गंदे हाथों से अपनी आंख, नाक और मुंह को बिलकुल न छूएं।

आसान तरीका है। लिफ्ट के बटन, पब्लिक प्लेस पर लगे दरवाजे और टॉइलट के दरवाजों के नॉब और हैंडल, सबसे ज्यादा संक्रमित होते हैं। ऐसे वक्त में जब देश में कोरोना वायरस फैलने की आशंका है, आपको इन्हें पकड़ने में सतर्कता बरतने की जरूरत है। क्या आप जानते हैं कोरोना वायरस किसी भी स्टील के हैंडल या लिफ्ट के बटन में सबसे ज्यादा दिन जिंदा रहता है? लिहाजा कोशिश करें लिफ्ट के बटन को कोहनी से प्रेस करें। अगर आपने इन्हें छू भी लिया तो जल्द से जल्द हाथ को साबुन पानी से धो लें या हैंड सैनिटाइजर से हाथों को साफ कर लें। 


पब्लिक ट्रांसपोर्ट खासकर मेट्रो और बसों में सफर कर रहे हैं तो अपने चेहरे को मास्क से ढक कर रखने की कोशिश करें। सामान्य सर्जिकल मास्क आपको वायरस से नहीं बचा सकता इसलिए एन95 या एन99 मास्क का इस्तेमाल करें। अगर आपके पास मास्क नहीं है तो किसी सर्दी-खांसी वाले व्यक्ति के आसपास खड़े होने से बचें। ज्यादातर वायरस हाथों से ही फैलते हैं। अगर आपके हाथ गंदे हैं और आप किसी दूसरे व्यक्ति से अपना हाथ मिलाते हैं तो आपके गंदे हाथों में मौजूद वायरस दूसरे व्यक्ति के हाथ तक पहुंच जाते हैं। लिहाजा इस वक्त जब कोरोना वायरस का डर देशभर में फैला हुआ है, बेहतर होगा कि आप किसी से हाथ मिलाने की बजाए उन्हें दूर से ही नमस्ते करें। ऐसा करने से आप वायरस से भी बचे रहेंगे। 

मॉल और सिनेमा हॉल में रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। इनमें से कौन वायरस से संक्रमित है ये बताना मुश्किल है। ऐसे में डॉक्टर भी यही सलाह दे रहे हैं कि कोरोनो वायरस से बचने के लिए इस वक्त मॉल और सिनेमा हॉल में न जाएं। डॉक्टरों की सलाह है कि अब जब देश में कोरोना वायरस के मामले इतनी बड़ी तादाद में सामने आ रहे हैं, एयरपोर्ट्स और रेलवे स्टेशन जहां भीड़ भाड़ बहुत अधिक होती है और दूसरे शहरों और देशों से लोग आते हैं, वहां जाने से बचना ही सही कदम होगा। इन जगहों पर तभी जाएं जब जाना बेहद जरूरी हो। साथ ही इन जगहों पर जाएं तो एक फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजर साथ रखें ताकि आप अपना ख्याल रख सकें। इस वायरस से बचना ही सबसे बेहतर बचाव का तरीका है। लिहाज आपने देखा होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से यही अपील कि है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लोग किसी भी तरह की बड़ी सोशल गैदरिंग में जाने से बचें। डॉक्टर भी सलाह दे रहे हैं कि शादी पार्टियों और फैमिली गेट टु गेदर करने से बचें ताकि वायरस के फैलने के खतरे से बचा जा सके।.

सभी डॉक्टरों, मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों, नर्सों को वैक्सीन Coronavirus | vaccination


देश में कोरोना वायरस के खिलाफ काफी तेजी से टीकाकरण अभियान चल रहा है। अब तक देशभर में नौ करोड़ 43 लाख से अधिक कोरोना के टीके लगाए जा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते गुरुवार को 36 लाख 91 हजार टीके लगाए गए हैं। हालांकि इस बीच देश में संक्रमण के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के एक लाख 31 हजार 968 नए मामलों की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और दिल्ली समेत कुल 10 राज्यों में नए मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। आइए विशेषज्ञ से जानते हैं कोरोना से जुड़े कुछ जरूरी सवालों के जवाब... 


जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा कहते हैं, 'भारत सरकार और राज्य सरकारें कोविड के खिलाफ युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं, लेकिन इसमें लोगों की सबसे बड़ी भूमिका है। उन्हें खुद का दायित्व समझते हुए जागरूक होना होगा और जो नियम बनाए जा रहे हैं, चाहे लॉकडाउन हो, कर्फ्यू हो या कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (कोरोना से बचने के उपाय) हो, उनका पालन करना होगा। जब तक जरूरी न हो, बाहर न जाएं।'  

वैक्सीन अभी 45 साल के ऊपर के लोगों को लग रही है, क्या 30 साल वालों को लगाने पर समस्या हो सकती है? 


डॉ. रमन शर्मा कहते हैं, 'जी नहीं, वैक्सीन चरणबद्ध तरीके से लगाई जा रही है, इसमें फ्रंटलाइन वर्कर में 18 साल से ऊपर के सभी डॉक्टरों, मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों, नर्सों को वैक्सीन लगी है। फिलहाल वैक्सीन 45 साल के ऊपर वालों को लग रही है, आने वाले समय में इससे कम उम्र के लोगों को भी लगाई जाएगी। केंद्र सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द वैक्सीन 18 साल से कम उम्र के बच्चों को लग सके। हां, वैक्सीन तब तक 18 साल से नीचे के बच्चों को नहीं लग सकती है, जब तक इसके ट्रायल के परिणाम न आ जाएं।' 


कोरोना की दूसरी लहर में क्या नए लक्षण पाए जा रहे हैं

डॉ. रमन शर्मा कहते हैं, 'अभी कोरोना के जो नए केस आ रहे हैं, उसमें भी पुराने लक्षण ही हैं, इनमें बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। खांसी, गले में खराश, बुखार, स्वाद न आना आदि लक्षण ही लोगों में ज्यादा पाए जा रहे हैं। लेकिन इस बार युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं, क्योंकि वो बाहर सोशल गैदरिंग (सामाजिक मेलजोल) कर रहे हैं। महाराष्ट्र में केस ज्यादा पाए जा रहे हैं और वहां बच्चे ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं।' 

कोरोना की दूसरी लहर से बचने के लिए क्या करें? 

डॉ. रमन शर्मा कहते हैं, 'कोविड से बचने के लिए कई तरह के सुरक्षा कवच दिए गए हैं, पहला तो सभी नियमों का पालन करें। दूसरा अगर किसी को कोविड हो गया है या लक्षण हैं तो तुरंत आइसोलेशन में जाएं। उस व्यक्ति से जितने लोग संपर्क में आए हैं, वो तुरंत होम आइसोलेशन हों, ताकि संक्रमण बाहर और लोगों में न पहुंचे। इसके अलावा जिनके लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, वह खुद आगे आएं और वैक्सीन लगवाएं। लेकिन इन सबके बावजूद कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (कोरोना से बचने के उपाय) को नहीं छोड़ना है। अमेरिका के लोगों ने भी मास्क लगाना और सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करना बंद कर दिया था, जिससे वहां मृत्यु का आंकड़ा बढ़ने लगा था।' 

कोविड की मौजूदा स्थिति को कैसे देखते हैं? 

डॉ. रमन शर्मा कहते हैं, 'देश में हर दिन कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। हर हफ्ते जिस तरह से केस की संख्या बढ़ रही है, उतने की उम्मीद नहीं की गई थी। लेकिन वायरस का प्रभाव काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए कहा जा रहा है कि कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (कोरोना से बचने के उपाय) को न छोड़ें। कुछ दिन पहले तक लोग इसे पूरी तरह से भूल चुके थे, इसी वजह से आज स्थिति इस तरह की है। शहरों में लॉकडाउन न लगाना पड़े, इसलिए लोगों को अभी से संभल कर और सतर्कता से रहना चाहिए।'  






Coronavirus vaccines कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' किसे मिलेगी

Corona Vaccine: कीमत-असर से लेकर साइड इफेक्ट्स तक, जानिए वैक्सीन से जुड़े इन 21 सवालों के जवाब

Corona vaccine



आखिर कोरोना के खिलाफ बनी 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' किसे मिलेगी, कैसे मिलेगी, कब मिलेगी, किस कीमत पर मिलेगी, वैक्सीन से कोई खतरा तो नहीं होगा और सबसे अहम सवाल ये वैक्सीन हमारे और आपके जैसे बेहद आम लोगों तक कब, कैसे और किस कीमत पर पहुंचेगी? जानिए सभी जरूरी सवालों के जवाब.

Coronavirus vaccines : नया साल आते ही देश में बड़ी खुशखबरी आ गई. जिस कोरोना से 2019 से लेकर 2020 के आखिर तक पूरी दुनिया में तबाही मचाता आ रहा था, अब उसका आखिरी वक्त आ गया है. लभारत भी ब्रिटेन और अमेरिका की लीग में शामिल हो ही गया और पहले स्वदेशी कोवैक्सीन को आज अनुमति मिल गई. साथ ही भारत के ही सीरम इंस्ट्यूट की अगुआई में बनी कोविशील्ड को भी आपातकालिक इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. अब 2021 की इस खुशखबरी के साथ खड़े हो रहे हैं 21 सवाल जो आपके जेहन में भी होंगे.


आखिर कोरोना के खिलाफ बनी 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' किसे मिलेगी, कैसे मिलेगी, कब मिलेगी, किस कीमत पर मिलेगी, वैक्सीन से कोई खतरा तो नहीं होगा और सबसे अहम सवाल ये वैक्सीन हमारे और आपके जैसे बेहद आम लोगों तक कब, कैसे और किस कीमत पर पहुंचेगी? जानिए सभी जरूरी सवालों के जवाब.



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सवाल-1


कोरोना की ये दोनों वैक्सीन कितनी कारगर हैं?


जवाब-


70 फीसदी से ज्यादा कारगर


सवाल -2


क्या वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट है?


जवाब-


नहीं, अब तक चूहे से लेकर बंदर और चिंपाजी जैसे प्राइमेट्स और इंसानों पर किए गए ट्रायल में ऐसा कोई साइड इफेक्ट नहीं पाया गया.


सवाल -3


वैक्सीन का असर कितने दिन तक?


जवाब-


साफ नहीं, अलग अलग कंपनियों के दावे


सवाल -4


वैक्सीन के कितने डोज जरूरी?


जवाब-


2 डोज से लेकर 3 डोज तक


सवाल -5


दो वैक्सीन का अंतराल कितना?


जवाब-


दो हफ्ते से दो महीने तक


सवाल -6


अंतराल के दौरान कोरोना संक्रमण संभव?


जवाब-


हां, पूरी इम्यूनिटी डोज पूरा होने पर ही. हाल ही में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को वैक्सीन ट्रायल की पहली डोज लगी थी लेकिन उसके बावजूद दूसरी डोज लगने से पहले वो कोरोना संक्रमित हो गए.


सवाल -7


टीके कीमत क्या होगी?


जवाब-


कोवैक्सीन- 100/डोज


कोविशील्ड- 1000/डोज


सवाल -8


क्या टीका मुफ्त लगेगा?


जवाब-


डॉक्टर समेत 3 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर को मुफ्त. आम जनता के लिए रुख अभी साफ नहीं


सवाल -9


शुरू में कितने लोगों को टीका लगेगा?


जवाब-


3 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर


27 करोड़ बुजुर्ग और बीमार


सवाल -10


टीकाकरण में बच्चों का क्या होगा?


जवाब-


बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं, ट्रायल सिर्फ 16 साल के ऊपर पर


सवाल -11


गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण संभव?


जवाब-


कंपनियों का अब तक कोई दावा नहीं


सवाल -12


जिन्हें कोरोना हो चुका है उन्हें वैक्सीन कब?


जवाब


जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है उन्हें जल्द वैक्सीन. पुराने लेकिन स्वस्थ संक्रमितों को आखिर में वैक्सीन.


सवाल -13


क्या देसी और विदेशी वैक्सीन में फर्क है?


जवाब-


तकनीक का फर्क, असर करीबन एक जैसे का दावा


सवाल -14


वैक्सीन के बाद सावधानी बरतनी जरूरी?


जवाब-


मास्क, सैनिटाइज, सोशल डिस्टांसिंग जारी रहेंगे


सवाल -15


नए स्ट्रेन पर वैक्सीन कितनी कारगर


जवाब-


मॉडर्ना का दावा- पूरी तरह कारगर


मॉडर्ना का बयान


अब तक मौजूद जानकारी के हिसाब से मॉडर्ना की वैक्सीन नए स्ट्रेन पर पूरी तरह कारगर है वैसे हम आगे भी जांच कर रहे हैं


सवाल -16


क्या खाने पीने में एहतियात जरूरी


जवाब-


शराब को छोड़ कर कोई रोक नहीं


स्पूतनिक 5-वैक्सीन लेने के दो हफ्ते पहले से वैक्सीन लेने के 42 दिन बाद तक परहेज. बाकि कंपनियों का दावा- शराब पीने से इम्यूनिटी घटती है इसलिए परहेज जरूरी.


सवाल 17


भारत में वैक्सीनेशन के इंतजाम कैसे?


जवाब-


तैयारी पूरी, ड्राई रन जारी


सवाल -18


भारत में पूरा वैक्सीनेशन में कितना वक्त लगेगा?


जवाब-


वैक्सीनेशन शुरू होने के 2 से 3 साल तक


सवाल -19


वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद संक्रमण में कमी आएगी?


जवाब-


जितने लोगों का टीकाकरण उतने कम केस आएंगे


सवाल -20


क्या हर साल लगानी होगी वैक्सीन?


जवाब-


इम्यूनिटी का डाटा आने पर साफ होगा


सवाल -21


क्या कोरोना वैक्सीन से नपुंषकता संभव है


जवाब-


बिल्कुल नहीं, पूरी तरह निराधार


2021 के इन इक्कीस सवालों में शायद आपके भी सवाल हों और उम्मीद है कि उनका जवाब मिल गया हो.

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आयुर्वेदिक जडी बूटियों coronavirus vaccine, coronavirus vaccine latest news

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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम सचिन सिंह दोस्तों मैं भारत से हूॅ आप सब जानते ही हैं कि इस समय समस्त पृथ्वी पर कोरोना वाइरस जैसी महामारी ने पैर पसार रखें हैं कुछ गलती हमने कि और कुछ गलती उन देशों ने जी जो प्रकृति का विनाश और जानवरों पर अत्याचार कर रहे हैं और अभी भी कर रहें हैं, दोस्तों मासंाहार छोडे,प्रकृति कि रक्षा करें, सम्मान करें इतना ही चाहिये हमसे उस प्रकृति को हम दे सकते हैं, लेकिन आज हमारा मुददा है उन लोगों के पर जो इस महामारी का शिकार हो चुके हैं भारत में हमारी वैदिक सभ्यता ऋषि मुनि लोग आयुर्वेदिक जडी बूटियों का इस्तेमाल करते थे और आज भी भारत में इसका इस्तेमाल हो रहा हैं भारतीय पौराणिक कथाओं में भी इसका बहुत वर्णन है, जो लोग इस बिमारी के शिकार हो गये हैं उन लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं मैने समस्त पृथ्वी के लोगों को और भारतीय लोगों को देखा तोे पाया कि भारतीय आदिवासी लोग व अन्य लोग बहुत अधिक मात्रा में गिलोय का इस्तेमाल करते हैं, और सब काम कर रहे और सुरक्षित हैं, इसे कुछ लोग गुर्च भी कहते हैं बाबा रामदेव इसे गिलेाय स्वरस के नाम से बाजार में बेचते हैं, आप घवराये नहीं अपनी खुशी-खुशी टैस्टिंग करायें व डाक्टर ,सरकार के नियमों का पालन करें आप को गिलोय का रस
न मिले तो आप इसे घर पर ही बना ले साथ ही साथ आप समस्त पृथ्वी में कहीं पर भी हो आपके आस पास एक मन्दिर जरूर होगा वहीं आस पास नीम का पेड



लगा होगा उसी कि कुछ पत्तियां तोड ले फिर वहीं देखे आस पास पान के पत्ते के आकार की एक बेल होगी उसका स्वाद कुछ कडवा होगा गूगल में इसकी पहचान के बारे में जान सकते हैं आप उसके पत्तों को भी तोड ले दोनों को पीस कर पानी में डालकर उबाल लें फिर एक बोतल में भर ले एक हफते में इसे पी डालें फिर नया बना लें आप स्वयं देखेगें कि आप समय से पहले स्वस्थ्य हो जायेगें अब बात करते हैं उन लोगों कि जिन्हे कोई समस्या नहीं है। वह भी इसका सेवन करें इससें आपके शरीर को प्रत्येक वाइरस से लडने कि शक्ति मिलेगी आप को वाइरस छू तक नहीं पायेगा बहुत से देशों में पतंजलि स्टोर में उपलब्ध  है गिलोय स्वरस आप ले सकते हैं जो खरीद नहीं सकते वे घर पर बना सकते हैं और आनन्द का जीवन जी सकते हैं। इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं आपको कोई भी बिमारी हो सब ठीक करने कि क्षमता रखता है गिलोय का रस साथ ही साथ योग करें रोज आप पुनः स्वस्थ्य हो जायेगें विश्वास रखें आप अपने सुझाव हमें दे सकते हैं, आपसे एक निवेदन है कि इसे शेयर करें जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सके शायद इस समय उन्हें इसकी जरूरत हो आपका एक क्लिक किसी को बहुत फायदा दे सकता है। आपका हमारा ब्लाॅग व प्यार देने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद

Hello friends, my name is Sachin Singh, I am from India, you all know that at this time, a pandemic like Corona virus has spread all over the earth, we have made some mistake and some mistake was made by those countries which have destroyed nature and tortured animals. We are doing and still doing it, friends, leave the rest, protect nature, respect it so much we can give that nature to us, but today it is It is a matter of people who have been victims of this epidemic, in India, our Vedic civilization, the sage Muni used to use Ayurvedic herbs and even today it is being used in India, it is also described in Indian mythology. Those who have become victims of this disease need not fear it, I looked at the people of the whole earth and the Indian people, I found that Indians etc. Those people and others use a large quantity of Giloy, and all are working and safe, some people also call it Gurcha. Baba Ramdev sells it in the market under the name of Giloy Swaras, you do not make your happiness - Make happiness testing and doctor, follow the rules of the government, if you do not get the juice of Giloy, then you can make it at home as well as anywhere in the whole earth you have a temple around you. There will definitely be a neem tree around it, that will break some leaves, then there will be a vine shaped like a betel leaf, there will be some bitter taste to it, you can know about its identity in Google. Break both and grind them into water and boil them, then fill them in a bottle and drink it in a week, then make a new one, you will see yourself that you will be healthy ahead of time. Those who have no problem. Take that too, it will give your body the power to fight each virus, you will not be able to touch the virus. In many countries, Patanjali is available in stores. You can get Giloy swaras which you cannot buy, they can make at home and enjoy. Can live a life of There is no side effect of this, you have any disease, you have the ability to correct everything. Giloy juice as well as yoga. Everyday you will be healthy again. Believe that you can give us your suggestions, there is a request from you to share it so More and more people can take advantage of this, perhaps at this time they need it. Your one click can give a lot of benefit to someone. Thank you very much for giving us our blog and love

कोरोना वाइरस से लडने का तरीका कहां छिपा है,Where is the way to fight the corona virus is hidden



हमारी जिद देास्तों आप सब जानते हैं मध्य युग में पूरे यूरोप पर राज करने वाला रोम (इटली) नष्ट होने कि कगार पर है, और तोे और मध्य पूर्व को अपने कदमों से रोदने वाला अेास्मानिया साम्राज्य (ईरान,टर्की) अपने घुटनों पर हैं, ब्रिटिस साम्राज्य के बारिश बर्मिघम पैलेस में कैद हैं व आधुनिक युग कि सबसे बडी शक्ति समझते थे उस रूस के बार्डर शील हैं, जिसे सबसे ताकतवर समझते थे जिसके एक इशारे पर देशों के नक्शे बदल जाते हैं उस अमेरिका में लाॅकडाउन है और जो अपनी बुरी नीतियों से पूरी दुनिया को खा जाना चाहता थ्ेा वह वो चीन आज मुंह छिपाता फिर रहा और सबकी गालियां खा रहा है।
सोचो एक छोटे से परजीवि ने विश्व को घुटनो पर ला दिया न एटमबम काम आ रहे न पेट्रो रिफाइनरी मानवों द्वारा किया गया विकास एक छोटे से जीवाणु से सामना नहीं कर पा रहा , बस आपने इतने वर्षो में इतना ही कमाया था कि एक छोटे से जीव ने सबको घरों में कैद कर दिया।
मैं आपके दिमाग को एक बार फिर याद दिला दूॅ कि यह युद्व अभी शुरू हुआ है, इस आपदा से लडने का तरीका कहां छिपा है, तक्षशिला के खण्डरों में, नालंदा कि राख में, शारदा पीठ के अवशेषों में मार्तण्ड के पत्थरों में यह युद्व नया नहीं है ये तो सदियों से चल रहे हैं और चलते रहेगे हमने हर हथियार भी खेाज लिये थे मगर आपके अहंकार आपके लालच स्वयं को श्रेष्ठ सिद्व करने कि हठ ने सब नष्ट कर दिया। भारत जानता है कि युद्व अभी शुरू हुआ है जैसे जैसे ग्लोबल बार्मिंग बढेगी,ग्लेशियर पिघलेगे और आजाद होगे लाखों वर्षो से वर्फ कि चादरों में कैद दानवीय विषाणु जिनका न आपको परिचय है और न लडने कि तैयारी जिसे आपने जन्म दिया मेनचेस्टर कि औध्यौगिक क्रान्ति और हारवर्ड कि इकोनाॅमिक्स संसार को अंत के मुहाने पर ले आयी। 
एक प्रश्न आप से है आप को क्या चाहिये था स्वर्ण एवं रत्नों के भण्डार तो यूॅ ही मांग लेते राजा बलि के वंशज और कर्ण के अनुयायी आपको दान में दे देते संासारिक वैभव को त्यागकर आंतरिक शान्ति कि खेाज करने वाले समाज के लिये वे सब यूॅ ही उनके लिये मूल्यहीन थे ले जाते आपने क्या किया विश्व वंधुत्वा कि बात करने वाले समाज को नष्ट कर दिया जिस बर्बर का मन आया वही भारत चला आया रोदने लूटने मारने जीव में शिव को देखने वाले समाज को नष्ट करने।
कोई विश्व विजेता बनने के लिये तक्षशिला को तोड कर चला गया ,कोई सोने कि चमक में अंधा होकर सेामनाथ लूटकर चला गया ,कोई अपने खुद को उचां रखने दिखाने के लिये नालंदा कि किताबों को जला गया, किसी ने बर्बरता को जिताने के लिये शारदा पीठ टुकडे-टुकडे कर दिया, किसी ने विश्व कल्याण के लिये बने गुरूकुल को समाप्त कर दिया , लेकिन हम अभी आपको निराश नहीं करेगें फिर से मां भारती का आंचल आपको इस संकट कि घडी में छांव देगा श्री राम के वंशज इस दानव से भी लड लेगें,
किन्तु मार्ग उन्हीं नष्ट हुए हवन कुण्डों से निकलेगा जिन्हें कभी आपने अपने पैरों कि ठोकर से तोडा था आपको उसी नीम और पीपल कि छांव में आना होगा जिसका आपने उपहास किया था आपको उसी गाय कि महिमा को स्वीकार करना होगा जिसे आपने अपने स्वाद का कारण बना लिया उन्हीं मन्दिरों में जाकर घण्टा, नाद करना होगा जिनको कभी आपने तोडा था उन्हीं वेदों को पढना होगा जिन्हे कभी अटटाहस करते हुए नष्ट किया था उसी चन्दन तुलसी को मष्तक पर धारण करना होगा जिसके लिये कभी हमारे मष्तक धड से अलग किये गये थे।
दोस्तो ये प्रकृति का न्याय है और आपको सुधार करने का मौका भी भरपूर दे रही आपको स्वीकार करना होगा।
सोमनाथ में सर झुकाने आना ही होगा तक्षशिला के खण्डहरों से क्षमा मांगनी ही होगी, नालंदा कि खाक छाननी ही होगी मंदिरों के घंटानाद से तीव्र सांउड फ्रिकवेसीं से कई वायरस मर जाते हैं, यह बिल्कुल सत्य और प्रमाणित है।


Where is the way to fight the corona virus is hidden.

Our insistence you all know that Rome (Italy), which ruled the whole of Europe in the Middle Ages, is on the verge of destruction, and the Kingdom of Osmania (Iran, Turkey) is on its knees, weeping the Tobe and the Middle East with its footsteps. The rain of the British Empire is imprisoned in the Birmingham Palace and was considered to be the greatest power of the modern era. It turns out that there is a lockdown in America and that China, which wanted to eat the whole world due to its bad policies, is hiding its face and is abusing everyone.
Think that a small parasite has brought the world on its knees, the atomum is not working or the development done by the petro refinery humans is not able to cope with a small bacterium, just that you earned so much in all these years that a small organism Has imprisoned everyone in their homes.
Let me remind your mind once again that this war has just started, where is the way to fight this disaster, in the trenches of Taxila, in the ashes of Nalanda, in the remains of Sharda Peet, this war in the stones of Martand new No, these have been going on for centuries and we will keep running every weapon, but your ego, your greed to prove yourself superior, the persistence destroyed everything. India knows that the war has just begun as global warming will grow, glaciers will melt and be free from millions of years of worm-infested donor virus that you are not familiar with and do not prepare to fight which gave birth to the Industrial Revolution and Harvard of Manchester. That economics brought the world to the end.
One question is from you, what did you want, if you had asked for the gold and gems treasures, then the descendants of King Bali and the followers of Karna would donate to you and abandon the worldly glory, all those for the society that is in peace. Were worthless to them, what would you have done, destroyed the society that talked about the world, the barbarians who came to India, they came to India to kill and rob To destroy society at the world.
Some broke to Taxila to become world conquerors, some went blindly in the glitter of gold and robbed Somnath, some went to show themselves to be high, Nalanda that books were burnt, some to win barbarism, Sharada Peeth Split up, someone has finished the Gurukul made for the welfare of the world, but we will not disappoint you yet again. Shade will also fight will take this demon descendants of Ram,
But the path will come out of those destroyed Havan Kunds which you had broken from the feet of your feet, you will have to come in the shade of the same Neem and Peepal which you ridiculed, you will have to accept the glory of the same cow which you have tasted. Took hours in those same temples and had to make an idle, which you had broken, you would have to read the same Vedas, which you had destroyed by being ridiculous. Chandan Tulsi will have to be worn on the forehead for which our foreheads were separated from the torso.
Friends, this is the justice of nature and you have to accept it, giving you plenty of opportunity to improve.
Somnath will have to be bowed down, apologize to the ruins of Taxila, Nalanda will have to be shattered, many of the viruses die due to the intense cloud frictions from the bells of temples, this is absolutely true and proven.

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