क्रिसमस स्पेशल हिन्दी स्टोरी
The Christmas Story - a simple version of The Christmas Story
The Christmas Story - a simple version of The Christmas Story
दोस्तो ये कहानी है ईसा के प्रिय शिष्य सेंट पाल कि ये कहानी आपको प्ररेणा दायक व अपने लक्ष्य या उददेश्य में आने वाले भटकाव से बचाने के लिये मार्ग दर्शक का काम करेगी।
ईसा के शिष्य सेंट पाल कि सूक्ति थी मैं यह कार्य करता हूॅ तो मैं भूतकाल को पीछे छोड देता हूॅ। भुला देता हूॅ और आने वाले कल कि प्रतीक्षा करता हूॅ। मैं सीधे लक्ष्य कि ओर बढता हूॅ। यही ईसा के माध्यम से ईश्वर का सन्देश है कि जीवन से उपर उठकर लक्ष्य कि प्राप्ति करो !!!!!!
अपने ध्येय के कारण पाॅल को भयंकर मार ,जेल और अत्याचार सहने का साहस प्राप्त हुआ इससे वह अपने लक्ष्य कि ओर बेधडक बढता गया। उसे सताने वाले लाइस्ट्रा पहुचे और उन्होने स्थानीय लोगो को पाॅल पर पत्थर मारने को प्रेरित किया । वे उसे खीचकर शहर के बाहर ले गए क्योकि उन्होने सोचा कि वह पत्थरों कि मार से मर गया। जब पाॅल को होश आया तो सबसे पहले वह उस शहर वापस आया जिसमें उसे पत्थरो से मारा गया था। वह वहाॅ से भागा नहीं उसका यह कार्य एक सौ उपदेशों से अधिक प्रभावपूर्ण था। कुछ वर्षो बाद जब उसे रोम में बंदी बनाया गया तो उसने जेल के रोमन सन्तकारियों को ईसाई धर्म कि दीक्षा दी। पालॅ ने राजा के पारिवारिक सदस्यों में भी नया विश्वास पैदा किया । चाहे वह स्वतंत्र रहा या हथकडियों में जकडा था जैसा कि वह अपने लिये कहता था उसमें सारे रोमन साम्राज्य में अपनी विचार धारा को फैलाने कि सर्वोच्च लगन थी।
मानव अधिकारेां के नेता मार्टिन लूथर किंग का उत्पीडन भी सेंट पाॅल कि ही तरह था। जब वह मोंटगोमरी अलबामा 1954 में पादरी था। अश्वेतों ने अपने लिये अलग निर्धारित बसों में यात्रा का बहिष्कार किया। उस समय किंग ने कहा उन्होने यह अनुभव किया है कि अपमानपूर्ण ढंग से बसों में यात्रा करने से पैदल चलने में सम्मान है। लोगो ने उससे अपना प्रवक्ता बनने का अनुरोध किया। इसी तरह ईसा ने शक्ति और प्ररेणा दी तथा गांधी ने उपाय दर्शाया । इसी तरह बहुत से प्ररेणादायक और अपने दिमाग को मजबूत बनाने के लिये हमारी ब्लाॅगर वेबसाइट पर बिजिट करें। धन्यवाद !True christmas story in hindi