सफल और असफल
चमक रहा है तेज तुम्हारा ।
बनकर लाल सूर्य मंडल ।।
फैल रही है कीर्ति धवल।
बन करके चाॅदनी धवल ।।
चमक रहे हैं लाखों तारे ।
बन तेरा श्रृंगार अमल ।।
चमक रही है किरण तुम्हारी ।
चमक रहे है सब जल - थल ।।
हे जग के प्रकाश के स्वामी।
जब सब जग दमका देना ।।
मेरे भी जीवन के पथ पर।
कुछ किरणें चमका देना।।
सफल और असफलSuccess desire
चमक रहा है तेज तुम्हारा ।
बनकर लाल सूर्य मंडल ।।
फैल रही है कीर्ति धवल।
बन करके चाॅदनी धवल ।।
चमक रहे हैं लाखों तारे ।
बन तेरा श्रृंगार अमल ।।
चमक रही है किरण तुम्हारी ।
चमक रहे है सब जल - थल ।।
हे जग के प्रकाश के स्वामी।
जब सब जग दमका देना ।।
मेरे भी जीवन के पथ पर।
कुछ किरणें चमका देना।।
सफल और असफलSuccess desire
सफल व्यक्ति कोई जादूई या एक्सट्रा पावर लेकर कहीं से नही आते सब यही पर ही बनते बिगडते हैं दोस्तों एक मजेदार बात बताउ सफल व्यक्ति का मन सुबह उठने का नही होता और एक आम आदमी जो सफल होना चाहता है वो भी सुवह उठना नही चाहता एक सफल आदमी का मन रोज रोज पढने का नहीे होता और एक आम आदमी जो सफल होना चाहता है उसका भी रोज रोज पढने में मन नही लगता फिर ऐसा क्या करते हैं ये सफल आदमी
दोस्तो आम आदमी जो सफल होना चाहता है सुवह जल्दी उठने का मन नही करता सफल व्यक्ति का भी नही करता लेकिन सफल व्यक्ति सुबह जल्दी उठता है पढने का मन नही होता लेकिन वह पढता है।
मैं मानता हूॅ कि हर चीज हमारे हाथ मेे नही होती जैसे हमारा जन्म कहाॅ होगा,मेरे माता - पिता कौन बनेगे ये कुछ चीजे है जो हमारे हाथ मेे नही हैं। ये भगवान के हाथ में हैं।
दोस्तो जिस तरह कैशीनों में बैठे इन्सान के पास जब ताश के पत्ते रख्ख्े जाते हैं तब उसे पता नही होता कि उसके पास कौन-कौन से पत्ते आयेगें लेकिन ये जरूर कह सकते है कि पत्त्ेा मिलने के बाद हम चाल या गेम कैसा खेलते है। इसी तरह हमारी जिंदगी है हर आदमी पैसा , तरक्की ,कि धुत में गलत ,सही, अच्छा, बुरा, रिश्ते नाते सब को लात मारते हुए आगे बस आगे भाग रहें हंै। मानता हूॅ इस संसार में हर प्रकार के लोग हैं। किसी को गाॅड गिफटिड चीजे मिल जाती हैं लेकिन से भी सत्य है कि जिन्हें गाॅड गिफटिड चीजे मिलती है उनके पिछली पीढी ने जरूर ही कठिन संघर्ष किया है।
ऐसी बात नही कि जिसके जीवन मेें ज्यादा संघर्ष रहा या उनकी पुरानी पीढी ने मेहनत नही कि होगी आज के युग में छोटा हो या बडा बगैर मेहनत के जीना ही मुश्किल है अन्तर है सिर्फ केवल सही जगह मेहनत करने कि दोस्तों आज हर आदमी को शान्ति चाहिये।
शान्ति के चक्कर मे ं तरह -तरह के उपाय करते हैं लेकिन मन अशान्त ही रहता है क्योकि अधिक पाने कि इच्छा ने उसे जकड लिया है। इससे छुटकारा पाना मुश्किल है ,हर आदमी रोता हुआ यही कहता है बहुत दिक्कत है जीवन में बहुत कष्ट हैं तो दोस्तेा एक जगह है जहां के लोगो को जीवन में कोई दिक्कत नहीं वहां सब आराम से लेटे है चैन कि सांस ले रहे हैं वो जगह शमशान घाट (कब्रिस्तान) कोई जाना पसन्द करेगा केाई नही तो जीवन में हमेशा दिक्कत रहेगी मेरा मानना है कि दिक्कते ही इन्सान को जीवित रखने का माध्यम हैं दिक्कते आना कम हो जाये तो जीवन कि लाइफ लाइन भी कम हो रही है और भगवान से प्रार्थना करो कि मुझे दिक्कते दो और काम दो