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मेरी एक कानपुर में girl friend है एक प्रयागराज मैं है एक कालपी में है My Girlfriend my drama

आज का मेरा हिन्दी ब्लोग सभी teenagers के लिये आपको बहुत अच्छा लगेगा आज का topic है मेरी girl friend ये story स्वयम् मेरी है अन्तर इतना है कुछ बता जाते है कुछ छिपा जाते है । दोस्तो अकसर हम अपने अपने दोस्तों के साथ ग्रुप में बैठते है और फिर सब लम्बी लम्बी फेंकते हैं और फिर हम  कितना भी संतुलन बनाये रखे लेकिन हम भी फेकना शुरू कर  देते है 😃😃 ऐसा सबके साथ है एक बार हम सब बैठे थे सब एक दुसरे से पूछंने लगे भाई तुम्हारी कितनी girl friend है ! तुम्हारी कितनी है एक बोला मेरी तीन girl friend है कोई कहता मेरी दस girl friend बना चूका ! फिल्मो और तमाम मनोरंजक story मे भी देखता हूँ बड़े विचित्र आकर्षक story होती है कभी कभी तो मन कहने भी लगता है यार काश ऐसी लाइफ होती !


फिर हुआ ये उनके साथ मैंने भी लम्बी लम्बी फेकना शुरू कर दिया मैंने कहा 😂😃 मेरी एक कानपुर में girl friend है एक प्रयागराज मैं है एक कालपी में है जहाँ का मैं रहने वाला हूँ और भी बहुत आयी गयी बहुत घूमे फिरे मौज किये daily golgappe खाते थे पार्क घूमते थे horror movies देखते थे और फिर वह डर जाती थी  आज इन सब बातो को सोचता हूँ  तो बहुत  हस्ता हूँ ! बढ़िया से story बना के सुना देता था ! 


हॅसने वाली बात ये है कि मैं तीन साल prayagraj , kanpur ,daman, kalpi रहा लेकिन एक भी girl friend नहीं बना पाया साला कालपी रहा एक लड़की पसंद आयी बहुत कोशिश की इतने ताम झाम किये दिन रात भटकता रहा उसके आगे पीछे लेकिन कभी बोल नहीं पाया फिर प्रयागराज गया और धीरे धीरे उसे भूल गया और एक दूसरी लड़की life में आयी लेकिन साला क्या बताये मैंने फिर वही किया  दिन रात उसके लिए पागल रहता लेकिन  बह सामने आये तो मेरा मुँह बंद कुछ बोल नहीं पाता था ! जब वह चली जाए तो अपना सिर पकड़ और अपने आप को ही गाली देता था ! होता ये था की मैं दिन रात उससे मिलने देखने का इंतजार करता था ! जब वह सामने आये सब भूल जाता था और वह इसे मेरा attitude समझने लगी जो वास्तव में पता नहीं क्या था लाख कोशिशों के बाद भी उसके सामने चुप हो जाता था  और इस बीमारी का समय रहते मैं इलाज नहीं कर पाया और वह मुझे समझ नहीं पायी !


शायद  एक बार एक तमाचा लगाती फिर शायद इस बीमारी से निकल पाता और मेरी हालत तबियत ख़राब होने लगी थी जिसके चलते मुझे घर बापिस आना पड़ा तब से मुझे डर सा लगने लगा अब कोई लड़की पसंद आ गयी और उससे भी नहीं बोल पाया तो अबकी बार राम नाम सत्य है हो जाएगी ! दिल की बाते, अरमान सबको दिल में रखकर कर अकेले जीने में अब मुझे मजा आने लगा कभी कभी दूसरो को देखता हूँ तो थोड़ा मन करता है girl friend बनाने का लेकिन जल्द ही संभल जाता हूँ !

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