सीखेा षास्त्रीय संगीत free music class volume - 4
प्रैक्टिस बाइब्रेशन
इक प्यार का नगमा है, मौजो कि रवानी है।
जिदगी और कुछ भी नही ,तेरी मेरी कहानी है।।
प्रिय मित्रो कल आपने अलकारों कि प्रैक्टिस कि उम्मीद करता हूॅ कि आपको अच्छा लगा होगा मित्रो मै ये बता दूॅ कि मै भी आप लोगो कि तरह हूॅ मै प्रयागराज भारत में प्रयाग संगीत समिति प्रयागराज (इलाहाबाद) ये सारे भारत में प्रसिद्व है। मै यही का विद्यार्थी हूॅ यहां पर सिनियर गुरूओं के मार्ग दर्शन में शास्त्रीय संगीत का ज्ञान प्राप्त कर रहा हूॅ जितना सीखता हूॅ सब कुछ आप लेागो को समर्पित कर देता हूॅ। अपना सहायोग दे बस शेयर करते रहे। इससे हमारा मोटिवेशन बढता है। जिससे हम आपको अच्छे से अच्छा सिखा सकूॅ जो यहां आकर अध्ययन नही कर सकते वो सब घर बैठकर आनन्द ले।
इसके बाद का अगला लैशन में आपको एक गाना गाकर सुनाउगा जिससे आप का कुछ मन ठीक हो जायेगा और आप फिर से नये जोश के साथ खडे हो जायेगे।
आज का लैशन बहुत बेहतरीन होने वाला है तैयार हो जाये आज आप को मै सिखउगां कि कैसे तालु से बाइब्रेशन उत्पन्न किया जाये। जिससे आपकी आवाज में मधुरता आये और जो भी सुने मधुरता में खेा जाये लेकिन इसमे भी प्रैक्टिस कम मत रखना जितनी पै्रक्टिस होगी उतना ही बाद में मजा आने वाला है। डरना नही है लगे रहो दौस्तो जिसके पास कोई इस्ट्रूमेन्टस है तो अच्छी बात है जिसके पास नही है वो भी ले ले कोई भी काई दिक्कत नही इससे आपको बोरिंग नही होगी और आनन्द आयेगा गाने में भी मजा आयेगा।