दोस्तो आज के विचार उन लोगो के लिये है जो विद्यार्थी अपने भविष्य कि नीव रख रहे हैं। बहुत महत्वपूर्ण कार्य
प्रिय मित्रों सही मित्र का चुनाव करना कोई साधारण कार्य नहीं है। जिसने एक उपयुक्त मित्र का चुनाव कर लिया उसने अपना जीवन बना लिया। एक सच्चे मित्र से मनुष्य कसे जीवन मेें पग - पग पर सहायता मिलती हैै अच्छी या बुरी संगति के प्रभाव से कोई बच नहीं सकता। विशेष रूप से जीवन में प्रवेश करने वाले युवा- पुरूष का इस विषय में सावधान सहना चाहिये। युवाओं के चित्त कोमल होते है, उन पर अच्छे या बुरे संस्कार सहज ही अंकित हो जाते है। युवाओं कि भावनाओं में प्रौढता नहीं होती वे सहज ही भावावेश में आ जाते है और उनकी कार्यशैली भी अधकचरी होती है । युवा लोगो का स्वभाव कच्च्ी मिटटी कि मूर्ति के समान होता है। संगति उसे किसी भी रूप में बदल सकती है। अच्छी संगति मिलने पर वह देवताओं जैसा सच्चरित्र बन सकता है और बुरी संगति उसे दुराचारी राक्षस बना सकती है। अतः एक युवा व्यक्ति को मित्र का चुनाव बहुत सोच समझ कर करना चाहिये। एक विश्वास पात्र मित्र का मिलना वैसा ही है जैसे जीवन के समस्त कष्टों को मिटाने वाली कोई औषधि मिल जाये। यदि सच्चा मित्र सच्चा है तो श्रेष्ठ संकल्पों के निर्वाह में हमारी सहायता करेगा। वह सभी प्रकार के दोषों और भूलो से सावधान करेगा। सत्य के पालन ,पवित्र आचरण और अनुशासन को धारण करने में हमारी रूचि को बढायेगा । यदि हम गलत मार्ग पर जा रहे है तो सच्चा मित्र हमको सचेत करेगा। यदि हमारा उत्सााह भंग होगा तो यह हमको प्रोत्साहित करके सफलता के मार्ग पर बढने कि प्ररेणा देगा। सच्चा मित्र सम्मानपूर्वक जीवन बिताने में हमारी मदद करेगा। जैस्ेा श्रेष्ठ बैद्य रोगी के कष्ट को कुशलता पूर्वक जान लेता है उसी प्रकार एक सच्चा मित्र भी अपने मित्र के कष्टों और समस्याओं को जान लेता है,और उसकी सहायता करता है।
मित्र को मित्र का पूरक होना चाहिये एक सच्चा मित्र वह है जो कि अपने मित्र के प्रशंसनीय कार्यो के पूरा करने में हर प्रकार से सहयोग करें। उसे चाहिये कि मित्र का इतना उत्साह बर्धन करे उसमें इतना आत्मविश्वास जगा दे कि वह अपनी शक्ति से भी अधिक कार्य कर दिखााये। ऐसा एक मित्र ही कर सकता है।
hi good job
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