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लाॅकडाउन,corona virus में students shayri

दोस्तों यह उन लोगो के लिए गई जो लाॅकडाउन  में अपने अपने घरो में है आप घर पर रहे और आनन्द  लेते रहे लाॅकडाउन


लाॅकडाउन में 
सपनों को दफनायें कहां जो कुछ दिनों में सच होने वाले थे क्या लेकर हम जायें वहां जो मेरे रखवाले थे अब प्रश्न बना मेरे भीतर इस युद्व में हार या जीत पर पीछे हटने वाले थे समय ने युद्व अधूरा रख अपमान किया उन वीरों का युद्वरत में शामिल थे जो हस हस अपने को वारे थे।

लाॅकडाउन में,
सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले बच्चे अब जाये कहां किताबी ज्ञान को किस सपने में सजाये कहां कोरोना महीेनों का किस्सा है हम अपना किस्सा गायें कहां।

लाॅकडाउन में 
लाॅकडाउन में जिंदगी अजीब सी पहेली बनी हर किसी की वह सहेली बनी हर दिलों को तोडकर एक गोल-गोल जलेबी बनी

लाॅकडाउन में 
किसी के सपने चूर हुए किसी के सपने मोती चूर हुए हर का अब यहां रोना है, जिदंगी बनी खिलौना है।

लाॅकडाउन से पहले भी सरकारी नौकरियां के लाले थे,हमने जो सपने पाले थ्ेा,सर्दियों की ओस में ओझल हो जाने थ्ेा।

लाॅकडाउन में,
 हमने भी कुछ सपने पाले थे हार,हार के खडा होना सीखा था, पृथ्वी पर कोरोना बीमारी से मचा हा हा कार यहां पर है।

In the lockdown
Where should we bury the dreams that were going to come true in a few days, should we go there, who were my keepers, now the question has become a question, I was about to retreat on defeat or victory in this war. Time kept insulting those warriors in war Those who were involved were laughing.


In the lockdown
Children preparing for government jobs should now go where, in which dreams to decorate book knowledge, where is the story of Corona months, where should we sing our anecdote.

In the lockdown
Life became a strange puzzle in the lockdown, she became a friend of everyone, broke every heart, became a round jalebi

Everybody's dreams were broken in the lockdown. Everyone's dreams were broken and everyone's cry is here, life is a toy.

Even before the lockdown, there were government jobs, the dreams we had, lost in the dew of winter.

In the lockdown,
 We too had some dreams, had learned to defeat, to defeat defeat, Corona disease on earth created ha ha ha here.

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