जो अपनों को करीब लाए, वो रंग अच्छे है !! हम सब एक दूसरे के बिना कुछ नहीं है.... कुछ भी नहीं और यही रिश्तों की खूबसूरती है !!
*करें जब पाँव खुद नर्तन, समझ लेना कि होली है ! हिलोरें ले रहा हो मन, समझ लेना कि होली है ! किसी को याद करते ही अगर बजते सुनाई दें, कहीं घुँघरू कहीं कंगन, समझ लेना कि होली है ! कभी खोलो अचानक, आप अपने घर का दरवाजा, खड़े देहरी पे हों साजन, समझ लेना कि होली है ! तरसती जिसके हों दीदार तक को आपकी आंखें, उसे छूने का आये क्षण, समझ लेना कि होली है ! हमारी ज़िन्दगी यूँ तो है इक काँटों भरा जंगल, अगर लगने लगे मधुबन, समझ लेना कि होली है ! अगर महसूस हो तुमको, कभी जब सांस लो, हवाओं में घुला चन्दन, समझ लेना कि होली है.. !!*
*उड़ने दो रंगों को इस बेरंग जिंदगी में... एक "त्यौहार" ही तो हैं जो हमें रंगीन बनाते हैं.... एक "त्यौहार" ही तो हैं जो हमें रंगीन बनाते हैं.... !! नफरत की होलिका जलाओ, प्रेम का रंग बरसाओ; मस्ती में डूब जाओ, हंसो और हंसाओ.. !!*
*सुनाई दे रही गूँज, ढोलक और करताल की, चिट्ठी आ गई मथुरा के सरकार की ! चढ़ गई मस्ती, अबीर और गुलाल की, फाल्गुन भी कह रहा, जय हो वृंदावन बिहारी लाल की !!*
*मौसम रंग बदलता है अपने नियम से, इंसान का कोई नियम नहीं होता, वो कभी भी रंग बदल लेता है.. !!*
*ना किस्सों में, ना हिस्सो में, जिंदगी की खूब सूरती तो है रिश्तों में, इन्हे बनाए रखे.... !!*